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शनिवार, 13 मई 2023

करेले के गुण

 


   करेले के गुण 


Virtues in Bitter gourd

                                                               


    

           हमारा आज का विषय हैं करेला आज हम  जानेगे करेले की  गुणवन्ता  और 

उसके भिन्न - भिन्न  उपयोगों  पर विस्तारपूर्वक | 

करेला भारतीय मूल की बेल पर लगने वाली सब्जी है। यह आम तौर पर मार्च के

अंत में और अप्रैल के शुरू में उत्तर भारत के सब्जी मंडियों में दिखने लगता है।  

 जिसे अंग्रेज़ी में बिट्टर गोर्ड, चायनीज में बिट्टर मेलन और हिंदी में करेला या 

कड़वा तोरी के नाम से जाना जाता है। करेले का रंग हरा होता है, इसकी पहचान

 इस पर  उभरे हुए हरे -हरे दाने होते हैं, सब्जी और औषधि के रूप में इस्तेमाल 

करने के लिए कच्चा करेला ही ज्यादा लाभदयक  होता है।

करेला ने अपने गुणों के लिए  कम प्रसिद्धि  पाई  है लेकिन अपने कड़ुवे स्वाद के 

कारण काफी जाना जाता  है लेकिन अब आज की  लाइफस्टाइल बीमारियों ने 

खासकर मधुमेह और रक्तचाप ने बड़ी तादाद में लोगों को दबोचा है तब से करेले

 को उसके कड़ुवे स्वाद की बजाय उसके उपयोगी  गुणों की बदौलत अधिक  जाना

 जा रहा हैं  | यह एक स्वस्थ व्यंजन है जो विभिन्न तरीकों से तैयार किया जाता है 

जैसे कि करेले का सेवन हम कई रूपों में कर सकते हैं। हम चाहें तो इसका जूस पी 

सकते हैं, अचार बना सकते हैं या फिर इसका इस्तेमाल सब्जी के रूप में कर सकते हैं |  

करेला  चाय और कॉफी की तरह बेहद कड़वा होता है इसलिए लोग इसे खाने

 से बचते हैं। हालांकि, करेला हमारे  स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक होता है।

 यह विटामिन सी, पोटेशियम, फोलिक एसिड, विटामिन ए और विटामिन की

 अच्छी श्रोत है। करेला का इस्तेमाल हमारी  त्वचा, बाल और आँखों के लिए 

भी लाभदयक  होता है।

               

               करेले के कई फायदे होते हैं। इनमें से कुछ मुख्य फायदे निम्नलिखित हैं:


1 ) पाचन क्रिया को सुधारता है - करेले में अनेक प्रकार के पोषक तत्व होते हैं जो

 पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करते हैं विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सिडेंट्स 

होते हैं जो पाचन क्रिया को सुधारते हैं। इससे पेट में जलन, गैस और कब्ज जैसी 

समस्याओं से राहत मिलती है।


2 ) मधुमेह को नियंत्रित करना: - करेला या बिट्टर गार्ड डायबिटीज के मरीजों के 

लिए एक उपयोगी आहार हो सकता है। इसमें एक कॉम्पाउंड होता है जो इंसुलिन

 के प्रभाव को बढ़ाता है जो  शुगर को कम करने में मदद करता है। करेले में इन्सुलिन

 के साथ रिलेटेड यूनिक यूनिक फाइबर होती है, जो मधुमेह के मरीजों के लिए 

लाभदायक होती है। इसके साथ-साथ  करेला ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है जो

 मुख्य तौर पर फल और सब्जियों में पाए जाते हैं। इसलिए यह शरीर के कोशिकाओं

 को नुकसान पहुंचने वाली रफ्तार को कम करने और डायबिटीज के उपचार में

 मदद कर सकता है।


3 ) खून साफ करता हैं :-करेले के सेवन से शरीर का खून भी साफ होता है, जो 

डायबिटीज से जुड़ी हुई दूसरी समस्याओं को भी कम कर सकता  है। इसलिए 

करेले का नियमित सेवन डायबिटीज जैसी बीमारियों के लिए बहुत फायदेमंद होता

  है।



4  ) वजन घटाने में सहायता:- - करेले में बेहतरीन फाइबर की मात्रा होती है जो

 आपको भूख कम करने में मदद करती है। यह वजन घटाने में सहायता करता है।


5  ) त्वचा के लिए लाभदायक :-- करेले में विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट होते हैं 

जो त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। इससे त्वचा के दाग-धब्बों, झाइयों 

और अन्य समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है।

                                             

Benefits ofVitter Gourd


आयुर्वेद के अनुसार, करेले के बहुत से फायदे होते हैं। करेला पेट संबंधी समस्याओं

 को दूर करने में मददगार होता है, जैसे कि पेट दर्द, अपच, एसिडिटी आदि। इसके

 अलावा, यह खून के शर्करा स्तर को नियंत्रित करने में भी मददगार होता है और

 मधुमेह जैसी बीमारियों को रोकता है। इसके साथ ही, करेले में विटामिन सी, बी, 

कल्शियम, पोटैशियम और मैग्नीशियमजैसे विटामिन और खनिज भरपूर मात्रा में 

पाए जाते हैं।


आइए जानते हैं करेले के साथ या बाद किन-किन चीजों का सेवन नहीं करना

 चाहिए|  करेला खाने के बाद भूलकर भी न खाएं ये 5 फूड्स

दही,

दूध,

मूली 

आम,

भिंडी,


यदि आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो आपको करेले के सेवन से पहले अपने 

चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए


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